7 important point and “The monk who sold his ferrari”अपनी आत्मासात की तलाश में एक तपस्वी जिसका नाम जुलियान मंडेल है, एक पूर्व वकील जो कि बहुत ही सफल व्यवसायी था, अचानक अपने सभी संपत्ति और संघर्षों से भरे जीवन को छोड़ कर चला गया। वह अपनी आत्मा की शांति और समृद्धि की खोज में एक यात्रा पर निकला।

7 important point of the monk who sold his ferrari
1.स्वस्थ जीवन शैली: शुरूआत में, इस पुस्तक के लेखक द्वारा बताया गया है कि स्वस्थ जीवन शैली अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें नियमित योग, मेडिटेशन और सही खानपान शामिल होता है।
2. ध्यान की महत्ता: इस पुस्तक में, ध्यान की अहमियत बताई गई है। ध्यान करने से मन शांत होता है और स्पष्ट विचार होते हैं।
3. संतुलित जीवन: यह पुस्तक बताती है कि संतुलित जीवन का निर्माण करना बहुत आवश्यक है। इसमें काम, परिवार, मनोरंजन और सामाजिक संबंध समान रूप से महत्वपूर्ण होते हैं।
4. संघर्ष का महत्त्व: इस पुस्तक में बताया गया है कि संघर्ष से हम अधिक बलवान बनते हैं। अगर हम संघर्ष करना सीख लें, तो हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
5. सकारात्मक सोच: इस पुस्तक में सकारात्मक सोच के बारे में बताया गया है। सकारात्मक सोच से हम जीवन में आने वाली मुश्किलतों का सामना कर सकते हैं।
6. सफलता का विशाल विचार करें: सफलता के लिए आपको एक विस्तृत दृष्टिकोण रखना होगा जो आपको उसे प्राप्त करने के लिए जरूरी है।
7. अपने अभिलाषाओं को अधिकृत करें: आपको अपने अभिलाषाओं को पूरा करने के लिए समय निकालना होगा। आपको अपने अभिलाषाओं को अधिकृत करने के लिए समय निकालना चाहिए।

जुलियन के संतोषी और आनंदपूर्ण जीवन के सभी आवश्यक सुविधाओं से भरे हुए थे, लेकिन उन्हें एक निर्धारित लक्ष्य नहीं था जो उन्हें अपने जीवन में आनंद दे सकता था। एक दिन, वह अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ उस गांव में जा रहा था, जहाँ उसने बचपन में गुरु के रूप में पूज्य ब्रह्मदेव से सीखा था। वह उस स्थान की स्मृति से बहुत खुश हुआ और उसे याद किया जहाँ उसने एक जगह खोजी थी जो उसकी आत्मा को शांति दे सकती थी। इस विचार के साथ, वह अपने सभी संपत्ति को बेचने और एक आध्यात्मिक शिक्षक से सीखने के लिए हिमालय जाता है।
The Monk Who Sold His Ferrari” (भारत के रोबिन शर्मा द्वारा लिखित) एक प्रेरक उपन्यास है जो एक न्यायाधीश के जीवन को बदल देने की कहानी सुनाता है। इस किताब में बताया गया है कि न्यायाधीश जो अपने जीवन के सभी सुख और समृद्धि का मालिक था,उसने अपनी इस धन-दौलत को छोड़ दिया था और संन्यास लेकर हिमालय की ओर चला गया था।
इस किताब में एक युवक की कहानी बताई गई है जिसका नाम जूलियन मंदरस है। जूलियन एक अधिकारी था जिसे अपने काम के चलते बहुत समय तक काम पर रहना पड़ता था। एक दिन जब वह न्यायालय में काम कर रहा था, तब उसे अपने पूर्व गुरु से मिलने वाला एक पत्र मिला। उस पत्र में उसे बताया गया था कि उसके पूर्व गुरु जो कि एक बहुत ही बुद्धिमान और संतुलित व्यक्ति थे, अब एक संन्यासी बन गए हैं और वे उससे मिलना चाहते हैं।
योगी जुलियन मंडा, जो एक समय अमेरिकी वकील थे, जिन्होंने अपने जीवन को बदलने के बाद अपनी फेरारी बेच दी। इस बेस्टसेलर पुस्तक “The Monk Who Sold His Ferrari” में उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष की एक रोमांचक कहानी बताई है।

योगी जुलियन मंडा एक सफल वकील थे, जो जिस तरह से स्ट्रेसफुल जीवन जीते हुए थे उससे उन्हें विविध बीमारियों का सामना करना पड़ता था। उनका शरीर थक जाता था और उन्हें नींद की भी कमी महसूस होती थी। उन्होंने अपने जीवन को बदलने का फैसला किया और हिमालय की एक जंगल में एक आश्रम में संन्यास ले लिया।
योगी जुलियन मंडा ने अपने गुरु से जीवन के बारे में सीखा और वह एक साधु बन गए। उन्हें एक स्वास्थ्यी जीवन जीने के लिए शांति और स्थिरता का अनुभव हुआ।
इस पुस्तक में जुलियन मंडा ने अपने जीवन के उन संघर्षों के बारे में बताया है जो उन्होंने अपने सफलता के पीछे छोड़ दिए थे।
द मंक हू सोल्ड हिस फेरारी” एक स्वयं सहायता किताब है जो रोबिन शर्मा द्वारा लिखी गई है। यह एक कहानी है जो एक सफल वकील के जीवन के बारे में है, जो अपने जीवन को बदलने के लिए हिमालय चला जाता है। यह किताब उस यात्रा की कहानी है जो उसने वहाँ जाकर की है और उसने जो अनुभव किए हैं उसे साझा करती है।
किताब में, वकील जूलियन मंडोला एक सफल व्यावसायिक होता है जो अपने सारे समय को अपने काम को समर्पित करता है। लेकिन एक दिन वह एक दरबार में जाता है और वहाँ एक बुद्धिमान संन्यासी से मिलता है जो उसे एक नया जीवन जीने की सलाह देता है।
उस संन्यासी के साथ मिलने के बाद, जूलियन को अपने जीवन के उस भाग से जुड़ी यादों को जानने की इच्छा होती है जिसे वह भूल चुका है। इसके बाद उसे हिमालय जाने का फैसला लेना पड़ता है जहाँ उसे एक दोस्त बनाने के लिए एक संन्यासी आश्रम में रहना होता है।

द मंक हू सोल्ड हिस फेरारी” जो रोबिन शर्मा द्वारा लिखी गई यह पुस्तक एक स्वनिर्भर जीवन का जाल फंसे हुए व्यक्ति के बारे में है जो अपने सारे संपत्ति को त्याग करने के बाद अपने जीवन को दुबला करने और धन की खोज में उस सुखद जीवन को परित्याग करने के बारे में है।
यह पुस्तक रोबिन शर्मा के एक स्वयं सहायता गुरु ने अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण अनुभव के आधार पर लिखी है। उन्होंने अपने जीवन में संघर्ष किया और फिर एक गुरु से मिला जो उन्हें अपने जीवन की निर्माण की ओर ले गए। उन्होंने अपनी समस्याओं को हल करने के लिए बहुत सारे उपाय किए और फिर उन्होंने उन सभी उपायों को इस पुस्तक में समाहित किया है।
इस पुस्तक के मुख्य चरित्र हैं जुलियन मंक, जो एक अमीर वकील था और सफलता के बावजूद वह असंतुष्ट था। वह उद्यमी था और उसे अपनी त्वरित शीर्षक सफलता के लिए लगातार काम करना पड़ता था।
“Monk Who Sold His Ferrari” (जो अपनी फेरारी बेच दी) एक स्व-मोटिवेशन बुक है | यह एक रोमांचकारी उपन्यास है जो जीवन की सीख देता है। यह कहानी एक सफल वकील की है, जो स्वस्थ जीवन जीने और सफल होने के लिए एक वृद्ध महाराज से बातचीत करता है।
कहानी उस वकील के बारे में है जो अपनी सफलता के बाद भी बहुत तनाव से ग्रसित था। उसे अपनी जिंदगी में सुख नहीं मिल रहा था। वह एक नियमित रूप से समाधि और ध्यान अभ्यास करता था, लेकिन इसे भी उसे जो सुख मिलना चाहता था वह नहीं मिल रहा था।
फिर उसे अपने दोस्त की सलाह पर एक वृद्ध महाराज से मिलने का मौका मिला। उस वृद्ध महाराज ने उसे अपने जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें समझाईं जो उसे एक नया जीवन जीने की सीख देती हैं। उसे बताया गया कि सफलता अकेले पैसे, सम्मान या संपत्ति से नहीं मिलती है। जब तक हम स्वस्थ नहीं होते हैं तब तक हमारी जिंदगी का मजा नहीं आता है |
The Monk Who Sold His Ferrari” (हिंदी में “फेरारी बेचने वाला संन्यासी”) एक व्यक्ति के जीवन की कहानी है जो दौलत और सम्मान की दौड़ में उलझ जाता है और फिर उसे अपने जीवन को बदलने के लिए एक तत्ववादी संन्यासी से मिलता है।

संजय शर्मा, जो एक अमीर वकील है, अपने जीवन में बहुत सफल था लेकिन उसे अपने जीवन से तंग आ गया था। उसे नींद नहीं आती थी और उसके पास कोई उत्साह नहीं था। उसने अपने दोस्तों से सलाह ली और उन्होंने उसे एक तत्ववादी संन्यासी से मिलने का सुझाव दिया।
संजय शर्मा ने उस संन्यासी से मिलने के लिए अपने दोस्तों से एक महीने की छुट्टी का अनुरोध किया। वह अपने दोस्तों के साथ हिमालय के पास जा कर संन्यासी से मिलने गया।
वह संन्यासी जिनसे संजय शर्मा मिलता है उनके नाम हैं जुलियन मंत्री। वह उनहे कुछ उपदेश देते हैं जो उनके जीवन को बदलने में मदद करते हैं।
“Monk Who Sold His Ferrari” (भारतीय संत जो अपनी फेरारी बेच दी) एक उपन्यास है जो रोबिन शर्मा द्वारा लिखा गया है। यह उपन्यास जीवन के महत्वपूर्ण अवधारणाओं और धर्म के मूल्यों को समझाता है।
इस कहानी में जुलियन मंटगोमरी, जो एक सफल वकील था, एक दिन अपनी फेरारी को बेच देता है और इंडिया ट्रेवल्स में जा कर संतों से मिलता है। वह एक भटका हुआ जीवन जीता था जिसमें उसे शांति नहीं मिलती थी। वह संतों के साथ बिताए गए समय में उनसे अनेक जीवनीशीद और सन्देशों का अनुभव करता है जो उसे अपने जीवन को सफलता, शांति और संतोष के लिए परिवर्तित करते हैं।
इस बुक को पढ़े और इसके महतवपूर्ण बातों को समझे, हमारी एक सीमा है वहाँ तक मैंने इसे लिखा आगे जानने के लिए आपको खुद ही ये बुक पढनी पड़ेगी. धन्यवाद!
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